बहुत सुन्दर कविता
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
बेहतरीन कविता। मेरी कविता”वो कोई और नहीं पिता है”पर अपना आशीष प्रदान कर कृतार्थ करें
बेहतरीन कविता, केसर जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
बहुत खुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढकर कृतार्थ करें।