बेहद ख़ूबसूरत रचना है दिनेश जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
डॉ० साहेब जरूर पढ़ेंगे। आपका तहे दिल से आभार।
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे।
हार्दिक धन्यवाद आप का।
मैं बाद में आपकी और सबकी रचनाएं पढूँगा।
आपकी काव्य रचना में एक पिता के दिल का दर्द छलक रहा है।
सादर आभार आपका आ०
पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।
Ji, dekhata hoon, thoda rukkar… Thanks
Bada marmik