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वाह ज़नाब बहुत शानदार कटाक्ष किए हैं आपने और हर एक सही है। जय हो आदरणीय आपकी कलम को सलाम ।
लाजवाब सर
?अति सुंदर।
धन्यवाद डाक्टर साहब
नमस्ते।बहुत अच्छा व्यंग्य।
नमस्ते।धन्यवाद जी
True Criticism
धन्यवाद जी
सच खरा सच ?
धन्यवाद जी।कवि को तो सच ही लिखना चाहिए और पाठको को उस सच को मानना चाहिए।तभी आनंद की अनुभूति होती है।
वाह ज़नाब बहुत शानदार कटाक्ष किए हैं आपने और हर एक सही है। जय हो आदरणीय आपकी कलम को सलाम ।