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बहुत खूब
?? शुक्रिया!!
गैरों के दिए ज़ख़्म वक्त गुज़रते भर जाते हैं , अपनों के दिए ज़ख़्म वक्त गुज़रते गहराते हैं , श़ुक्रिया !
??
बहुत खूब
?? शुक्रिया!!