बहुत खूब
धन्यवाद जी
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, आज के दिनों में मनुष्य अपने जीवन को सुखी पूर्वक व्यतीत करने के लिए कई प्रकार के क्रिया-कलापों से गुजरता है, फिर भी उसे संतुष्टि नहीं मिलती। महान संत कवि कबीरदास जी ने ठीक ही कहा है – “एक साधे सब सधे—-” उनके इस कथन को किया जाए, कोई भी मनुष्य नहीं भटकेगा।
धन्यवाद जी
बहुत बढ़िया
???
धन्यवाद जी
कटु सत्य है यह !
धन्यवाद जी
जीवनदर्शन ज्ञान अनुभूति की सुंदर प्रस्तुति!
धन्यवाद !
धन्यवाद जी
अति उत्तम प्रस्तुति
धन्यवाद जी
अति सुन्दर प्रस्तुति, अतुलनीय रचना।
धन्यवाद जी