नमस्कार राजेश जी, विचारों और लेखनी को पिरोने का प्रयास कर रहा हूं। ये अनवरत चलने वाली साधना है। मां सरस्वती की कृपा सभी साधकों पर बनी रहे और हम सभी को अच्छा साहित्य पढ़ने को मिले। ?
जिंदगी में कुछ ऐसा कर जाओ ,
फ़ना होने के बाद दिलों में यादगार बनकर रह जाओ ,
वक़्त की ग़र्दिश तो आनी जानी है ,
वो तेरा नाम ही है जो तेरी ज़िंदा निशानी है ,
श़ुक्रिया !
कुछ तो ऐसा कीजिए ।
अपना भी योगदान,
जमाने को दीजिए।
संकल्प हो सफल,
परिश्रम अवश्य कीजिए।।
प्रणाम??
नमस्कार राजेश जी, विचारों और लेखनी को पिरोने का प्रयास कर रहा हूं। ये अनवरत चलने वाली साधना है। मां सरस्वती की कृपा सभी साधकों पर बनी रहे और हम सभी को अच्छा साहित्य पढ़ने को मिले। ?