सुंदर कविता
जी बहुत धन्यवाद “प्रेम” जी
बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी लेकिन एक कविता लिख देने से जवाबदारी पूरी नहीं हुई है ! मजदूर दिवस पर इसके ऊपर हो रहे जुर्म को मिटाने के लिए बहुत सुंदर
संघर्ष करने की जरूरत है।
जी..आपकी बात बिल्कुल सही है…
बहुत धन्यवाद आपका
मज़दूरों की हकीकत बयान करती एक बेहतरीन रचना।
‘कलहंस’ जी सब आपकी ‘नजर’ है