अव्यवस्थाओं ने देश को खोखला कर के रख दिया है! सत्ता लोलुपता में अंधे हो गए हैं सत्ता नहीं, आप आपके द्वारा व्यक्त भाव इसी ओर इशारा करते हैं,सादर नमस्कार।
सत्ता में व्यक्ति चूर है किंतु इसमे गलती भी व्यक्ति की है क्योंकि लोकतंत्र में सत्ता का अधिकारी आम जनता होती है जबकि जनता नेता पूजक हो गयी है।
किसने कहा था वृक्ष काटने? जब जब हम प्रकृति का विध्वंस करेंगे तब तब दंड मिलेंगे ही ।
धन्यवाद !
हाँ बात सही है आपकी ,किन्तु अभी इस स्थिति के लिए आपका तर्क प्रासंगिक नह है क्योकि प्राकृतिक ऑक्सीजन और मेडिकल आक्सिजन में कुछ फर्क है जरूरत के आधार पर और मात्रा के आधार पर ।