En netao ko kisi sE mtlb nhi bas apni gaddi se pyar hai eske liye ye kisi ki aalochana karte vakt sahi galt nhi sochte bht sudan prastuti
धन्यवाद !
बहुत ही अच्छी प्रेरक रचना!
प्रोत्साहन का साधुवाद !
वारिद क्या कभी सूर्य की कांति को रोक सका है ।बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
धन्यवाद!
धन्यवाद !
वर्तमान परिवेश में यह एक सामान्य सी बात हो गई है, अपने को अन्य लोगों से ज्यादा समझना, और दूसरे को हीन भावना से देखने की प्रकृति बढ़ रही है।काश सुधार हो सके, चिन्तन के लिए धन्यवाद।
धन्यवाद !
आपकी खूबसूरत प्रस्तुति यथार्थ मे भी बदलेगी। मेरा विश्वाश है ।
धन्यवाद !
जी आपकी लेखनी का भी जवाब नही।
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धन्यवाद !