You must be logged in to post comments.
ऐसे लोग ढूढने पर मिलते है ।नहीं तो आज इतने मजबूर मजदूर न तो काल के गाल में जाते और न ही खाने के लाले पड़ते । धन्यवाद!
हार्दिक आभार
सुंदर मानवीय संवेदना युक्त कथा प्रस्तुति।
धन्यवाद !
हार्दिक आभार सर
ऐसे लोग ढूढने पर मिलते है ।नहीं तो आज इतने मजबूर मजदूर न तो काल के गाल में जाते और न ही खाने के लाले पड़ते ।
धन्यवाद!
हार्दिक आभार