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बेहतऱीन पेश़कश़ ।
श़ुक्रिया !
Bahut bahut shukriya jnab
अपनी ज़मी को तो न संवार पाये हम चांद तारों को छूने की ख़्वाहिश रखते हैं । बहुत बढ़िया ।
बहुत बहुत शुक्रिया
बेहतऱीन पेश़कश़ ।
श़ुक्रिया !
Bahut bahut shukriya jnab