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मेरा अज़्म इतना बुलंद है कि मुझे नाकामियों का डर नहीं। अब भी मुझमें हौसला बाकी है मुझे तकदीर से डर नहीं।
श़ुक्रिया !
बहुत-बहुत धन्यवाद जी!
मेरा अज़्म इतना बुलंद है कि मुझे नाकामियों का डर नहीं।
अब भी मुझमें हौसला बाकी है मुझे तकदीर से डर नहीं।
श़ुक्रिया !
बहुत-बहुत धन्यवाद जी!