बहुत खूब.. लिखा अपने….. अति सुन्दर रचना
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बेहतरीन
जी शुक्रिया ?
कृप्या अपना वोट भी दें?
बहुत शानदार रचना मेरा 116 वा वोट स्वीकारे। आपका बहुत बहुत धन्यवाद। मुझे मत देने के लिये।
nice poem
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मनोहारिणी भावनाएँ ।
मेरी कविता को सराहने के लिए धन्यवाद आपकी कविता भी बहुत अच्छी है 106वां वोट मेरा स्वीकार करें।
बहुत सुंदर रचना लिखी हैं आप ने। मां पर ये सौ वा वोट मेरा आप के लिए। स्वीकार करें। धन्यवाद्
हार्दिक आभार आपका ?
शुक्रिया आपका।
please vote me kuldeep i already voted you
Maninder ji I voted u, bt ur vote not yet received, please do the favour n vote for me ?
सुन्दर रचना 96वां वोट आपको
हार्दिक आभार ?
बहुत ही सुंदर रचना है। वाह वाह! मेरा वोट स्वीकार करें व मुझे भी अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें।
मत के तो मौबताज़ नहीं लफ्ज़ उनके,
तारीफ़ फिर भी फनकार की ज़रूरत है।
उत्तम
अद्वितीय
बहुत ही उत्कृष्ट रचना।
88वां वोट मेरा
87वां वोट मेरा,सच बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति शुभकामनाएं
86वा वोट स्वीकार करें
उम्दा रचना…84वाँ वोट मेरा स्वीकार करें |
वाह! बहुत सुंदर रचना है
तहे दिल से शुक्रिया। कृप्या अपना वोट भी दें ?
कर दिया है जी…दिल से स्वागत है आपका
शुभ रात्रि
बेहद ही खूबसूरत भाव से पूर्ण रचना है आपकी मैम सच मे बहुत ही सुंदर…..
????
तहे दिल से शुक्रिया ?
कुलदीप जी आपकी रचना सामाजिक अवधारणाओं की झलक प्रस्तुत करती मार्मिक प्रस्तुति है. माँ को समर्पित आपकी यह रचना पाठक के हृदय को छूने में सक्षम है।
आपकी रचना पर 77 वां वोट मेरा भी।
रचना में और अधिक निखार के लिये कुछ संशोधन सुझा रहा हूँ-
1. आँखे = आँखें
2. प्यारी सी = प्यारी-सी
3. होठों = होंठों
4. आ कर = आकर
5. दिवानी ( दिवानी न्यायलय ) = दीवानी (पागल, प्यार में पागल )
6. सोच कर = सोचकर
7. हसी = हँसी
8. ख्वाबों में आ कर = ख़्वाबों में आकर
9. अपने नाम के साथ अपने शहर का नाम भी लिखिये (प्रतियोगिता की शर्त है )
तकनीकी गड़बड़ी के चलते पहले वोट पंजीकृत नहीं हो सका था अब हो गया है।
83
मेरा वोट भी आपको स्वीकार हो