बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति माँ की व्याख्या पर।193 वां वोट आपको।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद जी।
pls vote me also.
ओक जी, जरूर।
माँ की महिमा का मर्मस्पर्शी बखान करती सुन्दर अभिव्यक्ति। माँ के आँचल में समायी संसार की ख़ुशियों को महसूसना औलाद के लिये सुखद अनुभूति है। आपकी रचना पर 185 वां वोट मेरा भी। शुभकामनाएँ।
रचना में कुछ संशोधन सुझा रहा हूँ –
1. पंक्तिया कम रह जाती है= पंक्तियाँ कम रह जाती हैं
2. गम = ग़म
3. कदम (एक पेड़ )= क़दम (पाँव )
4. लाख गम हो जिंदगी में, खुशियों में खो जाती हूँ माँ= लाख ग़म हों ज़िन्दगी में ,ख़ुशियों में खो जाती हूँ माँ
5. बहु = बहू
आपका बहुत बहुत आभार जी
बहुत बढ़िया।
धन्यवाद जी, कृपया अपने मत भी मेरी रचना को समर्पित करे।
अति सुंदर, साथ में मेरा मत स्वीकार करे.
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
178वां वोट मेरा मंगलकामनाएं
आपका तहेदिल से शुक्रिया
आपका वोट जरूर करे
Beutiful
धन्यवाद जी, कृपया अपने मत भी दे ये मेरा आग्रह है।
सुंदर रचना। बधाई।
आपका आभार जी, कृपया अपना मत भी दे ये मेरा आग्रह है आपसे।
वाह!!सुंदर रचना। voted
आपका बहुत बहुत शुक्रिया, कृपयामेरी रचना को अपना मत भी दे।व
Mine 171
बहुत बहुत धन्यवाद जी।
168 वां वोट मेरा
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
166 वां वोट मेरा स्वीकार करें ।
सर 165 वोट ही है।
आपकी कविता बहुत सुंदर और भावपूर्ण है। मेरे अकाउंट से वोट नहीं हो रहा तो मैनें अपनी बहन पूजा के अकाउंट से आपको वोट कर दिया है। आप निरन्तर अच्छा लिखें….?
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
बधाई सुषमा जी!
धन्यवाद जी, कृपया अपने वोट देकर मुझे आभारी बनाये
Well done sushma ji ???
धन्यवाद जी, मेरा आपसे आग्रह है कि अपना वोट भी मेरी रचना को समर्पित करें।
Vote no 156
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
बहुत सुंदर रचना आपकी रचना पर 155 वाँ वोट मेरा भी स्वीकारें।
आपका बहुत बहुत शुक्रिया।
मै ने आपको वोट दे दिया है | स्विकार किजीये |आपसे अनुरोध है के आप आपने दोस्तो से मेरी रचना पे वोट करने के लिए प्रेरित करे |
आपका बहुत बहुत शुक्रिया, जी जरूर करवाऊंगी।
बहुत सुन्दर व्याख्या,मैंने अपना मत दे दिया है।शुभकामनाएं,सुषमा जी
आपका बहुत बहुत शुक्रिया मीरा जी।
बहुत ही सुंदर रचना है। वाह वाह! मेरा वोट स्वीकार करें व मुझे भी अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें।
बहुत बहुत धन्यवाद जी, जरूर।
मैं आपको वोट दे चुकी हूं जी, आपकी रचना पर 9वा मत मेरा है, कमेंट देखिए।