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13 Nov 2018 01:40 PM

Voted

13 Nov 2018 05:01 PM

आदरणीय आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! सुंदर शब्द संयोजन किया है आपने
हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

३३वाँ वोट स्वीकार हो और मुझे भी माँ तू ममता का विशाल व्योम पर मत प्रदान कर अनुगृहीत करें

13 Nov 2018 05:03 PM

आदरणीय भारत जी आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

वाह सुंदर भाव, स्वागत योग्य।
महोदय , आपका भी मेरे पृष्ठ
‘मेरी भोली “माँ”
(सहित्यपिडिया काव्य प्रतियोगिता)’
नामक रचना पर स्नेह रूपी मत देने हेतु स्वागत है।। ?

13 Nov 2018 11:28 AM

आदरणीय सुंदर शब्द संयोजन किया है आदरणीय चिराग जी आपने आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। तेरा तो रूप श्माँश् ष्देवतुल्यष्ए जगत गुण जिसका गाती है।
मेरी भोली श्माँश् मुझे अब भीए काला टिका लगाती है।। ए आदरणीय हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभी नये.नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार।आपने, हम भी लिखना सीखना चाहते हैं। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

12 Nov 2018 08:55 PM

bahut sundar bahut pyari rachna hei…..aapko puruskar banta hei bhai

13 Nov 2018 11:29 AM

आपने मेरी कविता पसंद की, आपका बहुत बहुत धन्यवाद मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

त्याग, तपस्या, मेहनत संग
दिया संस्कार का है नारा
मेरे तो मन मंदिर में
बस तेरा ही जयकारा।
रचना स्वयं सुशोभित है सर
आनंदम्… वोट किया 27

13 Nov 2018 11:32 AM

आदरणीय अमित जी सादर प्रणाम हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार।आपने, हम भी लिखना सीखना चाहते हैं। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

मेरा 26 वा वोट स्वीकारे प्रिये । मेरी रचना को पढ़ वोट करे ।भाई जी।।

13 Nov 2018 11:42 AM

सुंदर शब्द संयोजन किया है आपने आदरणीय आवरण जी
हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभी नये.नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमंक निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

प्रिये भाई जी हम और आप एक ही कश्ती के सवार आपकी तरह मै भी अभी अभी ही एक्टिव हुआ हूं । आशीर्वाद और मार्गदर्शन तो एक बड़ा दायित्व है लेकिन मेरी शुभकामनाएं , बधाई, और जो भी सुझाव होंगे वह सदैव आपको देता रहूंगा। कृपया आप एक बार 7983853409 पर मुझ से सम्पर्क अवश्य करे।

12 Nov 2018 07:48 PM

आदरणीय मत स्वीकार करें और आपने मेरी कविता पसंद की, आपका बहुत बहुत धन्यवाद ,कृपया मत देकर कृतार्थ करें

13 Nov 2018 11:46 AM

आदरणीय
हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपने मेरी कविता पसंद की, आपका बहुत बहुत धन्यवाद भावाव्यक्ति को प्रोत्साहन मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमंक निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

13 Nov 2018 01:02 PM

बहुत सुंदर शब्दों में आपका धन्यवाद मिला ।
बहुत अच्छा लगा ।
आप भी यूँ ही साहित्य सेवा करते रहें ।
और मेरी कविताओं की समीक्षा कर बताते रहें कि कहां कमी है।
बहुत-बहुत धन्यवाद ।

भगवान की कृपा हमेशा आप पर बनी रहे

बहुत ही सुंदर सृजन मैने अपना मत दे दिया है आपको 24 वा मत मेरा

13 Nov 2018 11:49 AM

आदरणीय सुंदर शब्द संयोजन किया है आपने
हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

मेरा 23वाँ वोट स्वीकार करें…

13 Nov 2018 11:50 AM

आदरणीय सुंदर शब्द संयोजन किया है आपने
हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

21 vaan vote swikar karen aur meri rachna ko vote kar kritarth karen

12 Nov 2018 04:50 PM

माँ, पुण्य का पुरौधा और पाप का शमन है,
हे माँ, तुम्हें हमारा, नमन है, नमन है. आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। , आदरणीय हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार।

आप भी मुझे कृतार्थ कीजिए

12 Nov 2018 03:34 PM

जी धन्यवाद, आदरणीय मुकेश जी हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। जब तुम्हारे गर्भ में था
तब भी स्वर्ग में था
जब तुम्हारी गोद में आया
संसार स्वर्ग हो गया
आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार।

मैने आपको वोट कर दिया है।,

12 Nov 2018 01:37 PM

अति सुंदर रचना जी 19 वां वोट मेरी तरफ से आपको और हो सके तो मेरी रचना पर भी अपना मत देकर कृतार्थ करें ।

12 Nov 2018 03:37 PM

आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। आदरणीय नीलम जी हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। ममता की सच्ची मूरत है माँ ।
हर बच्चे की जरूरत है माँ ।।
हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार धन्यवाद,

18th वोट स्वीकार हो।मुनासिब लगे तो मेरी कविता जननी (माँ) का अवलोकन कर वोट करें।

12 Nov 2018 03:42 PM

आदरणीय नवल किशोर बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद, आपकी कविता सबसे हटकर है। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। जीवन के झंझावातों को आपने मॉ यानी जननी के रूप में व्यक्त कर कहीं न कहीं अपने जीवन के अनुभवों को ही शब्दों में ढाला है।
हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार धन्यवाद,

12 Nov 2018 12:52 PM

Very nice poem. I voted. ???

12 Nov 2018 03:44 PM

आदरणीय नीलम जी बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद, आपने तो बहुत ही अच्छी कविताएं लिखी हैं हम पढ़ते ही चले गए। काश आपके शिष्य बनकर कुछ सीखने का सौभाग्य मिल पाता। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। जीवन के झंझावातों को आपने मॉ यानी जननी के रूप में व्यक्त कर कहीं न कहीं अपने जीवन के अनुभवों को ही शब्दों में ढाला है।
हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। बहुत आभार धन्यवाद,

सुंदर रचना हेतू बधाई, 15वां मत स्वीकार करें सादर….हमारी रचना पर भी दृष्टि डाल आवश्यक मार्गदर्शन करें सादर

12 Nov 2018 03:48 PM

वाह! आनंद जी वाह! सब कुछ मिल जाये इस जग में पर माता अनमोल हैए
माँ ही ईश्वर माँ ही गुरु माँ माँ वेदों के बोल हैं ।आदरणीय आनंद जी बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद, आपने तो बहुत ही अच्छी कविताएं लिखी हैं हम पढ़ते ही चले गए। काश आपके शिष्य बनकर कुछ सीखने का सौभाग्य मिल पाता। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है हम अभी नये जुड़ें हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। बहुत आभार धन्यवाद,

16th vote is mine to you

12 Nov 2018 03:49 PM

ji dhanyawad hamne bhi vote kiya hei aapki rachna ko sahyog ke liye aabhari

Voted for your post..all the best.

12 Nov 2018 03:52 PM

वाह! दीपाजी ! भाषा में स्‍वर.व्‍यंजन जैसी
गीतों में सुर ताल.सी
वीणा के मधुर सुरों.सी
माँ मुरली की तान.सी। आदरणीय दीपा जी बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद, आपने तो बहुत ही अच्छी कविताएं लिखी हैं हम पढ़ते ही चले गए। काश आपके शिष्य बनकर कुछ सीखने का सौभाग्य मिल पाता। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है हम अभी नये जुड़ें हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। बहुत आभार धन्यवाद,

बहुत ही अच्छी रचना है। वाह! वाह! मेरा वोट स्वीकार करें। आपसे अनुरोध है कि मेरी रचना भी देखने की कृपा करें और यदि अच्छी लगे तो अपने वोट का आशीर्वाद अवश्य प्रदान करें! सादर!

12 Nov 2018 11:15 AM

जी धन्यवाद, आदरणीय आकाश जी वोटिंग प्रतिशत में सतत आगे बढ़ते हुए भी आपने एक छोटे-से शहर के शौकिया लेखक का ध्यान रखा और वोट किया, हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन अंतिम पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं।
माँ के मधुर हृदय से लेकिन
शब्द दुआ के फूट रहे हैं
माँ तो देना जाने है बस करती कहाँ वसूल.
आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार।

वोट किया

11 Nov 2018 02:49 PM

बेहद खूबसूरत। आपकी रचना पर 12वा वोट मेरा। कृप्या मेरी कविता भी पढ़े और अपना वोट और सुझाव दें ?

12 Nov 2018 11:03 AM

जी धन्यवाद, आदरणीय कुलदीप जी बहुत आभार! वोटिंग प्रतिशत में सतत आगे बढ़ते हुए भी आपने एक छोटे-से शहर के शौकिया लेखक का ध्यान रखा और वोट किया, हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन अंतिम पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा।
ख्वाबोँ में आ कर मेरे माँए
तुम आँसू पोंछ जाती होए
मेरे आँसू पोंछ जाती होस
आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार।

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