very nice
vote no 98
Jay Hind
जय हिंद महोदय,
आभार?
97
आभार?
आपको मैंने अपना वोट दे दिया है चिदानन्द जी। कृपया आप भी मुझे वोट प्रदान करें।
अवश्य मान्यवर
Dr. Arti Lokesh Goel
Nov 13, 2018 03:42 PM
चिदानंद जी, मेरा वोट आपको 6 नवंबर को मिल चुका है जब आपने मुझे पहला मैसेज किया था।
आप शतक से बहुत आगे जाएँ। अनेक शतक लगाएँ।
?????
आदरणीय सुंदर शब्द संयोजन किया है आदरणीय चिराग जी आपने आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। तेरा तो रूप श्माँश् ष्देवतुल्यष्ए जगत गुण जिसका गाती है।
मेरी भोली श्माँश् मुझे अब भीए काला टिका लगाती है।। ए आदरणीय हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभी नये.नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार।आपने, हम भी लिखना सीखना चाहते हैं। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन
धन्यवाद मान्यवर, जो आप हमें प्रसंसा के पात्र समझे अन्यथा हम किंचित इस योग्य नहीं, हम तो वैसे ही नौसिखिए हैं।।
रही बात आपके मार्गदर्शन की तो आप स्वंय ही उम्दा रचनाकार है फिर भी यथासंभव मैं आपके लिए सदैव उपस्थित रहुँगा।।?
बहुत सुंदर रचना voted 90th
बहोत बहोत धन्यवाद मान्यवर
86मत स्वीकारे l
आभार आपका।।
84 वो मत स्वीकार करें आ0… बहुत ही सुंदर रचना आ0…???
धन्यवाद आदरणीय
83 वा वोट स्वीकार करें सादर, आप मेरी कविता पर भी वोट करने हेतू सादर आमंत्रित हैं, विचक्षण दृष्टिपात कर स्नेह प्रदान करें सादर… ??
अवश्य बन्धुवर
तेरा तो रूप “माँ” ‘देवतुल्य’, जगत गुण जिसका गाती है।
मेरी भोली “माँ” मुझे अब भी, काला टिका लगाती है।।
वाह सर वाह वाह, बेहतरीन रचना
वोट करके अच्छा लगा 22
आभार मान्यवर
हमारा वोट स्वीकार करें जी
बहुत बहुत धन्यवाद आपका महोदय
आभार आपका।
बहुत ही सुंदर रचना है। वाह वाह! मेरा वोट स्वीकार करें व मुझे भी अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें।
अवश्य महानुभाव,
मैं पहले ही अपना मत आपको दे चुका हुँ।।
उम्दा रचना …77वाँ वोट मेरा स्वीकार करें |
आपका आभार मान्यवर।।
बहुत ही सुंदर रचना है आपकी 76वा मत मेरा स्वीकार करे अपना मत दे मुझे कृतार्थ करे कैप्टन जी जय माता दी
अवश्य मान्यवर।
जय माता जी की ?
हो गया वोट !अब आप कि बारी !
सर्वप्रथम आपके मत के लिए हृदय से धन्यवाद, ततपश्चात हमारा स्नेहरूपी 38वां मत आपको भी स्वीकार हो।।
72my vote
आभार मान्यवर
सुन्दर रचना ।
मेरी रचना पर भी नजर डालिये ।
वोट करना अनिवार्य नही, अच्छी लगने पर ही वोट करिये । थैंक्स
अवश्य बन्धुवर।
सचमुच माँ ऐसी ही होती हैं। 70 वां वोट मेरा
आभार आपका?
अति सुंदर
धन्यवाद महोदया।।
बहुत अच्छी रचना। वोट 99
आभार?