बहुत ही सुन्दर रचना ,अभिव्यक्ति की पारखी नज़र …गागर में सागर 💝❤️💐
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बहुत सुन्दर सृजन आदरणीय
आपकी हर कविता, कहानी बहुत ही रोचक और वास्तविकता से परिपुण हमारे समाज के लिए प्रेरणादाई और सीखने योग्य है
आपको अनंत बधाई एवं शुभकामनाएं 💐💐💐
धन्यवाद प्रोफेसर साहब…💐💐💐
बहुत ही सुन्दर एवं वास्तविकता को दर्शाती हुई कविता है भैया जी। हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऍं 💐💐🙏🙏
धन्यवाद दीदी…💐💐💐
आप की हर कविता में गहराई है।
धन्यवाद मैडम जी..💐💐💐
बहुत ही प्रेरणाप्रद एवं प्रसंशनीय
धन्यवाद भाई साहब..💐💐💐
बेहतरीन,,, मानवीय फितरत की वास्तविकता को गहराई से प्रतिबिम्बित करती रचना,,,, कवि को सैल्यूट,,,👌👌👌👌👌👌👌💐💐💝💝💝💝💝👏👏👏
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बेहतरीन लाजवाब 👌👌👌👌👌👌👌❤❤❤
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आपकी लेखनी लिखती नहीं है, सर बोलती है ।लोगों को आगार करती हैं । आपकी ये दो लाइन मुझे बहुत अच्छी लगी, वाकई में हम किसी चीज की कद्र दो ही बार करते हैं ….”एक तो मिलने से पहले” दूसरी “खो देने के पश्चात” आपकी लेखनी आपकी सोच को सलाम सर इसके लिए आपको अनंत बधाइयां …!
बहुत सुन्दर विचार धन्यवाद मैडम जी… 👍👍👌👌💐💐💐💐💐
बहुत बढ़िया कविता सर
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लाजवाब
धन्यवाद भैया👍👍👍💐
बहुत हु सुंदर रचना है।
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Bahut sunder hai
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बेहतरीन अभिव्यक्ति आदरणीय बड़े भईया
सुंदर भाव से सुसज्जित सृजन
आपको सादर साधुवाद👏👏👏
धन्यवाद भैया…👍👌💐💐💐
बहुत बेहतरीन रचना सर जी बधाई हो।
धन्यवाद भैया..💐💐💐
शानदार
धन्यवाद भैया जी..💐💐💐💐💐
बहुत सुंदर रचना सर ।
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बहुत सुंदर
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बहुत सुंदर सर… सशक्त हस्ताक्षर पोर्टल की ओर से बहुत शुभकामनाएं…
आपका स्नेह सदैव मिलता रहे धन्यवाद महोदय…💐💐💐💐💐
बेहतरीन काव्य लेखन… 👌👌👌