Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (176)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

डा. साहब,आपने समसामयिक विषय को बहुत सरल भाषा और स्वाभाविक पात्रों के माध्यम से इस कहानी में पिरोया है। प्रणाम !! अभिनंदन!!

?हार्दिक आभार, आदरणीय विवेक जी..!

16 Jul 2021 02:24 PM

मर्मस्पर्शी रचना।

हार्दिक आभार आपका, आदरणीया Astuti जी।??

16 Jul 2021 01:25 PM

बेहद खूबसूरत मर्मस्पर्शी कहानी ।मैत्री व्यक्तिगत बुराइयों को भी नजरअंदाज कर देती है ।

हार्दिक आभार , आदरणीय Rajendra जी।??

अति सुंदर

Thanks a lot,mr.Alok..!

15 Jul 2021 11:29 PM

बहुत ही हृदयस्पर्शी कहानी लिखी है सर… वर्तमान स्थिति पर बहुत ही बेहतरीन लेखन… बधाई हो आपको ? ? ??

हार्दिक आभार आपका, आदरणीया ऊषा जी।??

15 Jul 2021 07:56 PM

Nice story

?हार्दिक आभार, Nisha ji ..!?

यथार्थ पूर्ण रचना।

?हार्दिक आभार, आदरणीय Rajesh जी..!?

14 Jul 2021 11:55 PM

Bahut hi badhiya Sir ?

?Thanks a million, Pooja ji..!?

सुंदर ?

?हार्दिक आभार, आदरणीय Roopesh जी..!?

14 Jul 2021 03:54 PM

अति सुंदर

?हार्दिक आभार, आदरणीय Sameer ji..!?

14 Jul 2021 11:51 AM

आधुनिक परिवेश के मुंशी प्रेमचंद।अच्छी कहानी है।बहुत बहुत शुभकसमनाएँ

?हार्दिक आभार, डा0 सतीश..!

14 Jul 2021 12:12 AM

बहुत ही सुंदर रचना

?हार्दिक आभार, आदरणीय Anil ji..!?

13 Jul 2021 11:19 PM

Bahut sundar sir

?हार्दिक आभार, आदरणीय Akhilesh ji ..!?

अति सुंदर

?हार्दिक आभार, “Chanda ji” ..!?

13 Jul 2021 08:20 PM

At I sundar

?हार्दिक आभार, Mukesh ji ..!?

13 Jul 2021 06:22 PM

Sundar

?ji shukriya..!

Bahut hi uttam.

?ji shukriya aapka..!

13 Jul 2021 01:00 PM

Very nice baba ji

?Thanks dear Atul..!

जमीनी सच, बढ़िया ?

???हार्दिक आभार आपका।

Page 3
Loading...