Sunder…237vote is mine.sorry for being late.
बहुत-बहुत धन्यवाद जी ।कोई बात नहीं ।
आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएँ और gbu
सुंदर कविता
बहुत-बहुत धन्यवाद जी ।
भगवान आपको सब मनोकामनाएं पूर्ण करें ।
Gbu
महोदया वोट स्वीकार्य करें
बहुत-बहुत धन्यवाद जी ।
Gbu always
महोदया, वोट करने में हुए विलम्ब के लिए क्षमा प्रार्थी हूं। वोट नंबर 234स स्वीकार करें । धन्यवाद ।
बहुत-बहुत धन्यवाद जी ।मेरी तरफ से बहुत-बहुत शुभकामनाएँ
मेरी ओर से 232 वां वोट आपकी सुंदर रचना के लिए
बहुत-बहुत धन्यवाद अर्चना जी
231 वां वोट मेरा आपको
बहुत-बहुत धन्यवाद आदित्य भारती जी
227वा वोट स्वीकारे आदरणीया
माननीय बहुत-बहुत धन्यवाद
226 वां वोट स्वीकार करें। एक वोट मुझे भी प्रदान करें। धन्यवाद
आदरणीय आपको वोट दे दिया जी
Nice poem.I am already voted.Thanks.
Thanku sir gbu
Nice one ,, vot for you
Thanku sir gbu
सुंदर रचना
आभार आपका ।
हमेशा खुश रहें और साहित्य सेवा करते रहें
Vote 222
बहुत-बहुत धन्यवाद ।gbu
ईश्वर की अनुपम सौगात है माँ,
सृष्टि के कण-कण में व्याप्त है माँ |
चाहो तो दिल चीर कर दिखा दूँ,
हर स्पंदन में संव्याप्त है माँ |
हृदय का हर स्पंदन जिसका ऋणी हो उस माँ पर कुछ लिखना, उसके असीम व्यक्तित्व को शब्दों में सीमाबद्ध करना बिलकुल असंभव है | आपके प्रयास को मैं नमन करता हूँ | मेरा भोट स्वीकार करें |
आदरणीय आपके शब्दों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद ।
और वोट के लिए भी ।
220 वां वोट मेट
धन्यवाद आदरणीया
बहुत सुंदर रचना मुक्ता त्रिपाठी जी।
आदरणीय वोट देकर कृतार्थ करें जी
Madam Tripathi ji I have not received your vote if given please advise the number.
2015वाँ वोट मैं आपको कर दी ।??
बहुत सुंदर
मैने आपको पहले ही वोट कर दिया है आदरणीया
आदरणीया मुक्ता जी,239 वाँ मत मेरा स्वीकार करें!
शुभकामनाएं!
आदरणीय बहुत-बहुत धन्यवाद जी ।
आप हमेशा खुश और स्वस्थ रहें ?