Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (78)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

बहुत ही सुंदर रचना है। वाह वाह! मेरा वोट स्वीकार करें व मुझे भी अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें।

My vote, plz read my poem and vote

आपका भी वोट मिल जाता तो खुशी होगी

10 Nov 2018 09:41 PM

अति सुंदर रचना

10 Nov 2018 09:13 PM

अति सुंदर रचना

धन्यवाद आपका
वोट दें दिया आपको

10 Nov 2018 08:35 PM

मेरा वोट स्विकार हो ,यदि योग्य लगे तो मेरी रचना पे आप वोट किजीये 1

दें दिया वोट

10 Nov 2018 08:27 PM

कृपया मेरी रचना पढें और अच्छी लगे तो वोट करें बबीता जी

10 Nov 2018 04:21 PM

अति सुंदर रचना जी 57वां वोट मेरी तरफ से आपको जी और हो सके तो मेरी रचना पर अपना मत देकर मुझे अनुग्रहित करें ।

वोट कर दिया है

10 Nov 2018 10:18 AM

Voted

बहुत बहुत धन्यवाद आपका ??

सुदंर, plz vote me too

नमस्कार जी आपका वोट अप्रूव नहीं हुआ है, कृपया फिर से वोट कर दीजिए

9 Nov 2018 07:00 PM

खूबसूरत रचना जी, 54वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना पर अपना मत देकर मुझे अनुग्रहित करें।

धन्यवाद आपका
जी जरुर ?

8 Nov 2018 01:24 PM

वाह बबीता बहुत सुंदर।

धन्यवाद आपका
कृपया वोट भी दें ही दीजिए ??

वाह! अद्भुत रचना।।
मेरा भी मत आपको स्वीकार हो,
।।?।।

शुक्रिया आपका

बेहद खूबसूरत सृजन ☺

धन्यवाद आपका दिपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

आ0 बबिता जी माँ विषय पर आपने बहुत अच्छी ग़ज़ल पेश की है। यहाँ बया काफिया सही नहीं है।
चिड़िया ,छतिया जैसे विकल्प ले सकती हैं।

बया एक चिड़िया का ही नाम है जिसके घोंसले में रात को भी रौशनी होती है
और आपका बहुत बहुत धन्यवाद दिल से

आपकी रचना प्रभावी है परन्तु चंद त्रुटियों को दूर करें ,जैसे मुझमें एक साथ लिखें ,बनकर/बनके जो भी लिखें एक साथ लिखें ,छावं को छाँव करें ,सिया को सिला करतीं तो बेहतर होता ,करके एक साथ लिखें ,अहसास को एहसास करें ,नें को ने करें , कृपया इसे अन्यथा न लें ! मेरी अशेष शुभकामनाएं ,सादर ‘एकलव्य’ ‘

एकलव्य जी धनतेरस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं आपको, और आपका बहुत बहुत धन्यवाद , आपने सही मार्गदर्शन किया ???

Page 3
Loading...