My vote, plz read my poem and vote
Voted
आपका भी वोट मिल जाता तो खुशी होगी
अति सुंदर रचना
धन्यवाद आपका
Voted
अति सुंदर रचना
धन्यवाद आपका
वोट दें दिया आपको
मेरा वोट स्विकार हो ,यदि योग्य लगे तो मेरी रचना पे आप वोट किजीये 1
दें दिया वोट
कृपया मेरी रचना पढें और अच्छी लगे तो वोट करें बबीता जी
Voted
अति सुंदर रचना जी 57वां वोट मेरी तरफ से आपको जी और हो सके तो मेरी रचना पर अपना मत देकर मुझे अनुग्रहित करें ।
वोट कर दिया है
Voted
बहुत बहुत धन्यवाद आपका ??
सुदंर, plz vote me too
नमस्कार जी आपका वोट अप्रूव नहीं हुआ है, कृपया फिर से वोट कर दीजिए
खूबसूरत रचना जी, 54वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना पर अपना मत देकर मुझे अनुग्रहित करें।
धन्यवाद आपका
जी जरुर ?
वाह बबीता बहुत सुंदर।
धन्यवाद आपका
कृपया वोट भी दें ही दीजिए ??
वाह! अद्भुत रचना।।
मेरा भी मत आपको स्वीकार हो,
।।?।।
शुक्रिया आपका
খুভি ভালো?
बेहद खूबसूरत सृजन ☺
धन्यवाद आपका दिपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
आ0 बबिता जी माँ विषय पर आपने बहुत अच्छी ग़ज़ल पेश की है। यहाँ बया काफिया सही नहीं है।
चिड़िया ,छतिया जैसे विकल्प ले सकती हैं।
बया एक चिड़िया का ही नाम है जिसके घोंसले में रात को भी रौशनी होती है
और आपका बहुत बहुत धन्यवाद दिल से
आपकी रचना प्रभावी है परन्तु चंद त्रुटियों को दूर करें ,जैसे मुझमें एक साथ लिखें ,बनकर/बनके जो भी लिखें एक साथ लिखें ,छावं को छाँव करें ,सिया को सिला करतीं तो बेहतर होता ,करके एक साथ लिखें ,अहसास को एहसास करें ,नें को ने करें , कृपया इसे अन्यथा न लें ! मेरी अशेष शुभकामनाएं ,सादर ‘एकलव्य’ ‘
एकलव्य जी धनतेरस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं आपको, और आपका बहुत बहुत धन्यवाद , आपने सही मार्गदर्शन किया ???
बहुत ही सुंदर रचना है। वाह वाह! मेरा वोट स्वीकार करें व मुझे भी अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें।
Voted