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वाह क्या कहने कवि कपिल खंडेलवाल कलश जी, आपको वोट दिया। कृपया मेरी रचना “कोरोना दोहा नवमी” पसन्द आये तो मुझे भी अपने बहुमूल्य वोट से नवाज़ने का कष्ट करें। धन्यवाद।

अतिउत्तम रचना महोदय! आदरणीय मैंने आपकी रचना को वोट दे दिया है।समय निकालकर मेरी रचना का भी अवलोकन करें।अच्छी लगे तो अपना अनमोल वोट देकर कृतार्थ करें..??

28 Dec 2020 11:40 AM

Bhut shandaar

वोट स्वीकार करें, मेरी कविता ईश्वर भी पढ़ें

अति उत्तम रचना जी ! मैने आपको अपना वोट दे दिया अब आप भी कृपया मेरी कविता को अपना वोट रूपी आशीर्वाद देने की कृपा करें

नकारात्मकता के माहौल में सकारात्मकता खोजने का सफल प्रयास !

धन्यवाद !
कृपया मेरी प्रविष्टि का भी अवलोकन करें !

बहुत ही सुन्दर रचना। ??
आदरणीय मैंने आपकी रचना को वोट दे दिया है।
मेरी भी रचना का अवलोकन करने की कृपा करें। आभार ??

26 Dec 2020 03:05 PM

उत्तम रचना मैंने आपकी रचना को वोट किया है कृपया मेरी रचना को पढ़ें और वोट करने की कृपा करें

26 Dec 2020 02:49 PM

खंडेलवाल जी को नमन, कोरोना ने बहुत कुछ सिखाया, आपने अपनी कविता को सुंदर भावों से सजाया! धन्यवाद ,
नाम मिला जिसे कोरोना, इस शीर्षक से हमारी भी कविता प्रतियोगिता में हैं पढ़ें, !

अति उत्तम रचना ।मैने आपको अपना वोट दिया कृपया आप भी मेरी कविता को अपना वोट देने की कृपा करें

26 Dec 2020 11:50 AM

कोरोना काल की समीक्षा जिसमें वह हमें बहुत कुछ सीखा गया है कि ब्याख्या का भाव बोध है, से लगता है इसका आना सकारात्मक है, शायद! लेकिन मनुष्य के साथ समय अनुसार जो भी घटित होता है वह कुछ न कुछ सीख तो देता ही है और इसे भी एक स्वाभाविक प्रक्रिया में ही समझना बेहतर रहेगा, असहमति के लिए क्षमा सहित सादर अभिवादन।

26 Dec 2020 11:31 AM

Very nice

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