अति सुन्दर कविता है सरिता जी…! मैंने आपको वोट कर दिया है।(14)”कृपया मेरी ग़ज़ल “कोरोना को तो अब हरगिज़ है, ख़त्म होना “का भी अवलोकन करें और अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहीत करें ।
साभार…!?
जी जरुर
Mujhe bhi vote kre
जी जरुर
Ji
13 wa vote grhn kre
आ० सरिता जी, आपका वोट मुझे नहीं मिला है ! आप पुन: प्रयास करें
???
उत्तम रचना! सरिता पांडेय जी आपको वोट कर दिया है। कृपया मेरी रचना “कोरोना दोहा नवमी” पसन्द आये तो वोट करें। धन्यवाद।
वोट स्वीकार करें, मेरी कविता ईश्वर भी पढ़ें
अति सुन्दर कविता सरिता जी.. शुभकामनाएं ? कृप्या मेरी कविता का भी अवलोकन करें और अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ??
बहुत ख़ूब । साधुवाद । 9वाँ वोट मेरा स्वीकारें ।मुकुट उतरेगा पढ़कर अपनी प्रतिक्रिया देने का कष्ट करें ??
वाह वाह आपकी रचना अनमोल, मैंने आपकी अनुपम रचना को वोट कर दिया है। मेरी रचना का अवलोकन करने की कृपा करें।
बेहद मार्मिक
मैने आपकी कविता को अपना वोट दिया अब आप भी मेरी कविता पर अपनी वोट रूपी कृपा करें
वाह वाह के फूटते, मन से मीठे बोल।~~~
कोरोना पर आपकी, है रचना अनमोल।।~~~
मैंने आपकी अनुपम रचना को वोट कर दिया है।
मेरी रचना का अवलोकन करने की कृपा करें।
-आकाश महेशपुरी
वाहः लाजवाब
जी धन्यवाद
???????
आ० मैंने मेरी रचना पर आपका मत माँगा था। प्लीज…
जी जरुर