आदरणीय आपकी रचना सराहनीय है कृपया आप हमें वोट करने की कृपा कीजिए रचनाकार नहीं कोई भी रचना बड़ी होती है और माॅ से जैसे विषय पर लिखी रचना को आपका प्रोत्साहन मिलना जरूरी है विनम्र निवेदन कृपया अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें। आशा है आपका वोट अवश्य प्राप्त होगा धन्यवाद आदरणीय ‘‘बस तेरा ही जयकारा है’’
बधाई कपिल जी! 5 वां वोट स्वीकार करें। मेरी कविता पर भी वोट दे कर कृताथ करें।
आदरणीय कपिल जी, अति सुंदर रचना!कृपया चौथा वोट मेरा स्वीकार करें।
मेरी रचना “माँ का आँचल” का भी अवलोकन करें और यदि सही लगे तो मुझे भी वोट कर कृतार्थ करें।
सधन्यवाद!
बहुत गहराई लिए ?
2सरे वोट की हार्दिक बधाई आदरणीय…आपको दूसरा वोट किया है सुंदर कविता के लिये बधाई… आपकी छंद मुक्त कविता को पढकर दिनकर जी याद हो आये… क्योंकि वाक्यं रसात्मकं काव्य के विन्यास पूर्णत: खरी उतरती है यह रचना छंद के बंधनों से मुक्त होकर अविरल निरंतरता बनाये प्रवाहित होती जा रही है… बधाई आपको… मेरी रचना पर भी दृष्टिपात कर स्नेह स्वरूप अपना वोट जरूर दें सादर धन्यवाद
मैंने आपको पहला वोट कर दिया है और आप भी मुझे वोट करियेगा ।
सुन्दर रचना के लिए मेरा 7 वा वोट आपको। आप भी मेरी रचना पर वोट देने की कृपा करें।