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Comments (96)

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29 Nov 2018 10:12 PM

75वां वोट स्वीकार करें आ0…

सुंदर रचना !!आपको 73 वां वोट कास्ट कर दिया !! बहुत बहुत शुभकामनाएं !!

29 Nov 2018 09:19 PM

#71th vote…

29 Nov 2018 01:44 PM

सुंदर रचना । आपको वोट दिया है , कृपया मेरी रचना को भी अपना वोट प्रदान करें । धन्यवाद?

29 Nov 2018 12:24 PM

मेरी वोट संख्या 66 वी थी कृपया मुझे भी वोट देने के कृपा करे |

29 Nov 2018 12:23 PM

आदरनीय रमेश सिंह “रूद्र”,जी ,निवेदन है की कल सुबह लगभग 8-52 पर वोट दिया था पर मुझे एक दिन बीतने के बाद भी आप से वोट नहीं मिला | आप तो स्वयं साहित्यकार है और अनेको सम्मानों से सम्मानित हुए है | कृपया कुछ समय निकल कर एक कवि को अपना वोट देकर कृतार्थ करे | आपकी अति कृपा होगी | वोटिंग का समय बहुत कम रह गया है |

माँ की विशेषता वर्णन करने पर,शब्द कोष भी खाली हो जाता है
माँ में एक ऐसा ममत्व है ,जिसमे समस्त ब्रहमांड समा जाता है

आर के रस्तोगी ,गुरुग्राम (हरियाणा )

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Competition Name: साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता- “माँ”

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मै वोट कर चुका हूं आदरणीय। प्रुफ भेज चुका हूं।

आदरणीय 68वां वोट स्वीकार करें और मेरी कविता “वो है मेरी माँ” पढ़ कर वोट देकर कृतार्थ करें जी कृपया जवाब अवश्य दें

28 Nov 2018 09:18 PM

67 vote.

28 Nov 2018 01:30 PM

जी बहुत बढ़िया कविता आपकी।

वोट भी रचना को दे दिजिए।

28 Nov 2018 08:52 AM

श्री रमेश कुमार सिंह जी ,मेरा 66 वा वोट स्वीकार करे और मुझे भी अपना कीमती वोट देकर क्रतार्थ करे |

सर आपको 49वा वोट 21नवम्बर को दिया है आपका वोट नहीं आया कृपया रचना पर दृष्टिपात करें सादर…..वोट कर कृतार्थ करें सादर नमन

हो चुका है

Sir Maine apku Kavita par vote kar Diya hai aap vote kar de to aashirvad mile satyendra bihari

25 Nov 2018 05:27 PM

Nice poem my vote for you

25 Nov 2018 04:33 PM

आदरणीय आपको शायद मेरी कविता पसंद नहीं आई नहीं पढ़ी तो कृपया पढ़ें और कमियों से अवगत अवश्य कराएं अगर पसंद आए तो आप कृपया वोट देकर कृतार्थ करें जी

आपकी कविता अच्छी है आदरणीया।
मैं वोट दे चुका हूं।
प्रूफ –
पत्थर नर्म, पर पत्थर दिल कैसे पिघलाती?
चलती हथौड़े की हत्थी शायद ढाँढस बंधाती
कोमल है, कमजोर नहीं, यही याद दिलाती।
लाल के उज्जवल भविष्य के स्वप्न सजाती
वह माँ केवल माँ ।।
मुक्ता शर्मा
बटाला शहर

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Competition Name: साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता- “माँ”

Vote 227
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25 Nov 2018 05:30 PM

बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय आपको तकलीफ दी।
भगवान की कृपा हमेशा आप पर बनी रहे

25 Nov 2018 01:07 PM

Sir meri poem padai aachi lagai to vote dai please Mai aapki poem ko vote Ker chuki hu

23 Nov 2018 05:29 PM

Voted for you please vote for me

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