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Comments (48)

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वाह जी ये हुई न बात,……..
“चूम कर माथे को वो मरहम लगाती है मुझे” …………..ह्रदयस्पर्शी रचना, ।।
मेरे भी पृष्ठ पर आपके कुशल दृष्टि व मत के लिए स्वागत है।।

15 Nov 2018 10:59 AM

बहुत बहुत आभार।

आपके मत के प्रतिक्षारत

नीतू जी आपकी हृदयस्पर्शी रचना माँ को समर्पित अनमोल उपहार है। आपकी रचना पर 7 वां वोट मेरा भी। शुभकामनाएँ। रचना में कुछ टंकण सम्बन्धी त्रुटियाँ हैं जिन्हें दुरुस्त कीजिये।

15 Nov 2018 10:58 AM

आप को रचना पसंद आई लेखन सार्थक हुआ। शुक्रिया

15 Nov 2018 10:58 AM

ह्रदय से आभार।

11 Nov 2018 05:45 PM

अति सुंदर रचना, वोट स्वीकार करे। मेरी रचना माँ की ममता भी देखे

15 Nov 2018 10:57 AM

बहुत बहुत आभार।

खूबसूरत रचना जी, 5 वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना “माँ की व्याख्या” भी पढ़े और अपना वोट देकर मुझे अनुग्रहित करें।

15 Nov 2018 10:57 AM

बहुत बहुत शुक्रिया।

11 Nov 2018 03:30 PM

बेहद खूबसूरत।
आपकी रचना पर 4th वोट मेरा।
कृप्या मेरी कविता भी पढ़े और अपना वोट और सुझाव दें ?

15 Nov 2018 10:56 AM

ह्रदय से आभार।

11 Nov 2018 02:18 PM

बहुत ही सुंदर रचना है आपकी नीतू जी !मेरा 3rd वोट स्विकार करे ! अगर आपको मेरी रचना अच्छी लगे तो प्लीज आप भी मुझे वोट करे !

15 Nov 2018 10:56 AM

आप को रचना पसंद आई लेखन सार्थक हुआ।

15 Nov 2018 09:25 PM

Aap bhi mujhe vot kr do to aspka sukriya

11 Nov 2018 01:49 PM

सुंदर रचना !मेरा वोट स्विकार करे !मेरी रचना पे वोट करे अनुगृहीत करे !

15 Nov 2018 10:55 AM

बहुत बहुत आभार

My vote, plz read my poem and vote

15 Nov 2018 10:55 AM

Thanks

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