Comments (30)
12 Nov 2018 11:41 AM
गुरु जी आप को पप्पू कुमार गौतम का प्रणाम। आप की कविता पढ़कर मां की वो पुरानी यादे ताजा हो गई । मन को शांति प्रदान हुई। धन्यवाद्। आप मेरा वोट स्वीकार करे। जय भीम
12 Nov 2018 11:26 AM
बहुत सुंदर रचना है, मेरा वोट स्वीकार करें। कृपया मेरी रचना भी देखें व अच्छी लगे तो आपने बहुमूल्य मत देकर अपना आशीर्वाद प्रदान करें।
11 Nov 2018 10:14 PM
वाह। वोट किया। कृपया मेरी देखें अच्छी लगे तो वोट करें।
11 Nov 2018 03:56 PM
खूबसूरत रचना जी, 5 वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना “माँ की व्याख्या” भी पढ़े और अपना वोट देकर मुझे अनुग्रहित करें।
11 Nov 2018 01:13 PM
सुन्दर रचना ।
मेरी रचना पर भी नजर डालिये ।
वोट करना अनिवार्य नही, अच्छी लगने पर ही वोट करिये । थैंक्स
11 Nov 2018 09:27 AM
Super so beautiful Kavita sir ji
10 Nov 2018 08:45 PM
Very nice
10 Nov 2018 08:38 PM
बेहद खूबसूरत। आपकी रचना पर 2nd वोट मेरा। कृप्या मेरी कविता भी पढ़े और यदि आपको पसंद आए तो वोट जरुर करें ?
Voted for your post…all the best. Need your support also.