Comments (29)
10 Nov 2018 02:50 PM
खूबसूरत रचना जी, 8वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना पर भी अपनी दयादृष्टि डाले और अपना वोट देकर मुझे अनुग्रहित करें।
3 Nov 2018 11:27 PM
आपकी रचना अत्यंत प्रभावी है परन्तु कुछ त्रुटि सुधार की आवश्यकता है जैसे त्योहार को त्यौहार करें ,पबित्र को पवित्र करें ,दुख-सुख को ऐसे लिखें ,रात-दिन को ऐसे लिखें (-) चिन्हों का ध्यान रखें , ,कृपया इसे अन्यथा न लें ! स्नेह ‘एकलव्य’
AJAY PRASAD
Author
4 Nov 2018 01:26 PM
धन्यवाद आदरणीय
आपका आभार आदरणीय इस कदर
मेरा मार्गदर्शन करने के लिए ।
मेरी हिन्दी बेहद कमजोर है कारण इंग्लिश teacher होने के नाते हिन्दी प्रयोग कम हो पाता है
लेकीन लिखने की आदत है सो मै क्षमा प्रार्थी हूँ अपनी प्रतिक्रिया दे ते रहे मान्यवर ।
अति सुंदर। आपकी रचना पर 9 वा वोट मेरा।
कृप्या मेरी कविता भी पढ़े और यदि आपको पसंद आए तो वोट जरुर करें ?