वाह जी क्या बात है सुन्दर रचना आ0 31 वां वोट स्वीकार करें आ0 यदि आपको हमारी रचना भी अच्छी लगे तो वोट देकर कृतार्थ करें
वोट नहीं मिला आपका सुखचैन जी।ग्रीन बटन पर देना होता है
30वा वोट सवीकार करें और मेरी रचना पढ़कर मुझे भी अपने वोट अशीष प्रदान करे ।
29. Vote Ashok kumar Dhoria ki TRF se h kyoki mere phone se nhi Dal rhi thi aap BHI sochna
शुक्रिया
आपकी रचना बहुत सुंदर एवं भावपूर्ण है । एक नजर हमारी रचना पर भी डाले और अच्छा लगे तो आपका एक बहुमूल्य वोट देकर हमे कृतार्थ करें । । धन्यवाद ।
शुक्रिया
भावपूर्ण अभिव्यक्ति बहुत सुंदर वोट स्वीकार करें और मेरी कविता पढ़ कर वोट देने योग्य हो तो वोट देकर कृतार्थ करें
मीरा जी बहुत-बहुत शुक्रिया gbu
26वाँ वोट मेरा आपको आप भी मुझे कृतार्थ कीजिए
धन्यवाद जी
शुक्रिया आपके लिए
Nice poem madam voted…need your vote also
Voted for your post..all the best. Need your support also.
धन्यवाद दीपा जोशी जी
बहुत ही सुंदर रचना है। वाह वाह! मेरा वोट स्वीकार करें व मुझे भी अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें।
धन्यवाद आपका
बेहद उम्दा। आपकी रचना पर 22वा वोट मेरा। कृप्या मेरी कविता भी पढ़े और यदि आपको पसंद आए तो वोट जरुर करें ?
शुक्रिया आपका कुलदीप कौर जी
बहुत सुंदर
शुक्रिया आपका
कृपया मेरी कविता भी पढ़ें और प्रतिक्रिया दें धन्यवाद जी
बहुत उम्दा लेखन ।।
शुक्रिया आनन्द सिंह जी
अति सुंदर रचना जी 20वां वोट मेरी तरफ से आपको और हो सके तो मेरी रचना पर भी अपना मत देकर कृतार्थ करें ।
खूबसूरत रचना जी, 18वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना पर भी अपनी दयादृष्टि डाले और अपना वोट देकर मुझे अनुग्रहित करें।
अति सुंदर रचना मेरा वोट आपको और आग्रह है कि मेरी रचना “माँ की कीमत” को भी पढो और आपका मत पड जाय तो आपका आभारी हूँगा। 17वा वोट मेरा है
जी शुक्रिया,अवश्य पडे़गा मेरा मत
सादर नमन आदरणीया मैनें आपकी रचना पढी बहुत ही सुंदर बन पड़ी है पढकर मन प्रमुदित हुआ। आपकी तुलिका निरंतर यूँही चलती रहे सादर…पं.संजीव शुक्ल “सचिन” VOTED
हार्दिक आभार,आपका
Thanks mam
जी प्रणाम,आपकी रचना पढ़ी अत्यंत प्रभावी लगी ! परन्तु क्षमा करें एवं त्रुटि सुधार करें ! जैसे बनाकर एक साथ लिखें ,माँ-सा करें! बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने। कृपया इसे अन्यथा न लें ! अशेष शुभकामनाएं , सादर ‘एकलव्य VOTED
एकलव्य जी ,हार्दिक धन्यवाद आपका ,गलतियों से काव्य का सौन्दर्य बिगड़ जाता है।आपने गहराई से पढ़ा और सुधारने का सुझाव भी दिया।हार्दिक आभार।प्रणाम,सदा सुखी रहें।
मिल गया सुखचैन जी
जी, बेहद आभार आ0…???