Comments (31)
11 Nov 2018 08:50 PM
बेहद खूबसूरत। आपकी रचना पर 6th वोट मेरा। कृप्या मेरी कविता भी पढ़े और यदि आपको पसंद आए तो वोट जरुर करें ?
11 Nov 2018 03:54 PM
खूबसूरत रचना जी, 5 वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना “माँ की व्याख्या” भी पढ़े और अपना वोट देकर मुझे अनुग्रहित करें।
11 Nov 2018 12:10 PM
सुंदर रचना ! वोट स्विकार करे !मेरि रचना पे वोट करने का प्रयास करे !
11 Nov 2018 08:12 AM
Plz vote
5 Nov 2018 10:47 AM
जी प्रणाम,आपकी रचना पढ़ी अत्यंत प्रभावी लगी ! परन्तु क्षमा करें एवं त्रुटि सुधार करें ! जैसे खडी को खड़ी करें,छोङती को छोड़ती करें ,(जिसकी बराबरी ना कर सके को ) में ‘को’ को ‘कोई’ करें तो बेहतर था ,! बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने। कृपया इसे अन्यथा न लें ! अशेष शुभकामनाएं , सादर ‘एकलव्य VOTED
Radha Bablu mishra
Author
10 Nov 2018 10:25 AM
प्रणाम, धन्यवाद मेरी त्रुटि ढुंढने के लिए आगे से ख्याल रखुगी
Once again thank you
बहुत सुंदर रचना है, मेरा वोट स्वीकार करें। कृपया मेरी रचना भी देखें व अच्छी लगे तो आपने बहुमूल्य मत देकर अपना आशीर्वाद प्रदान करें।