Nice
खूबसूरत रचना जी, 20वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना पर भी अपनी दयादृष्टि डाले और अपना वोट देकर मुझे अनुग्रहित करें।
अति सुंदर रचना मेरा वोट आपको और आग्रह है कि मेरी रचना “माँ की कीमत” को भी पढो और आपका मत पड जाय तो आपका आभारी हूँगा।। 17वा वोट मेरा है
आपके सुन्दर रचना के लिए १६ वां वोट मेरे ओर से स्वीकार करें. मेरी रचना , “हे मां, तुम्हें नमन हैं”, पर अपना सुझाव दे और अच्छी लगी तो अपना वोट अवश्य दें
वाह! बहोत ही उम्दा रचना।।
मेरा भी मत आपको स्वीकार हो, तथा आग्रह की अगर मेरे भी रचना पर आपकी कुशल दृष्टि व मत पड़ जाए तो कृतार्थ होऊं।।?।।
Bahut bahut dhanywad sir ..jaroor apko vote karungi ..aap shayad fauzi Hain apse ek nivedaan hai mere post me Maine desh ke liye BHI poem likhi hai kripya use BHI padhe
शायद नही जी पक्के वाला हुँ जी??।।
जी अवश्य।।
Plz click on my photo then at bottom you find vote butto
Mam plz vote me too
Thank you for vote man but for your post I m not able to find vote option
If you can’t, its ok sweet girl.
जी प्रणाम,आपकी रचना पढ़ी अत्यंत प्रभावी लगी ! परन्तु क्षमा करें एवं त्रुटि सुधार करें ! जैसे निराली ,और के मध्य कौमा (,) लगाने की आवश्यकता नहीं है ,जगते-जगते ऐसे लिखें , (पलों मे )में मे को में करें ,दिनभर एक साथ लिखें ,रखकर/रखके जो भी लिखें एक साथ लिखें ,दुनिया लिखें न कि दूनिया , बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने। कृपया इसे अन्यथा न लें ! अशेष शुभकामनाएं , सादर ‘एकलव्य VOTED
Thank you for your comment ..in hurry I just posted still thank you I will take care of it in future .
अति खूबशूरत रचना, मेरी रचना भी देखे