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आपका वोट नहीं मिला मुझे, आपको मेरी भावनात्मक व्यंजनाएं कदाचित अच्छी नहीं लगी, परन्तु रचनाकार नहीं रचनाएं सर्वोपरी होती हैं, सादर…. यह बात केवल उस मिथक को पर प्रहार हेतू कह रहा हूं, जो इसे उसी प्रकार से ले रहे हैं या महसूस कर रहे हैं सादर… आभार

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