तिरंगे में लिपटा जब शहीद आता है। दिल में गर्व भी,दर्द भी, और आँखों में अश्क दे जाता है। बिलखती माँ,रोती पत्नी, बहन का कलेजा चीर-चीर जाता है।
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ
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ह्रदय तल से शुक्रिया आदरणीय
तिरंगे में लिपटा जब शहीद आता है।
दिल में गर्व भी,दर्द भी,
और आँखों में अश्क दे जाता है।
बिलखती माँ,रोती पत्नी, बहन का कलेजा चीर-चीर जाता है।
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ