????बे-शुमार शरारते, बे-असर हिदायतें! बे-मतलब की बातें थी उसके खत में । बहुत सुंदर लिखा अनूप जी । आपकी रचना को मैं वोट दे रहा हूँ ।?? ?? मेरी रचना ये खत मोहब्बत के पर भी प्रकाश डालें, पसंद आये तो अवलोकन कर वोट करें ।?????
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शुक्रिया सर जी.. ??
????बे-शुमार शरारते, बे-असर हिदायतें!
बे-मतलब की बातें थी उसके खत में । बहुत सुंदर लिखा अनूप जी । आपकी रचना को मैं वोट दे रहा हूँ ।?? ?? मेरी रचना ये खत मोहब्बत के पर भी प्रकाश डालें, पसंद आये तो अवलोकन कर वोट करें ।?????