तह-ए-दिल से हार्दिक आभार आदरणीय!
आपके द्वारा की गई मेरी बोद्धिक संपदा की समीक्षा ही मुझे और भी लिखने के लिए प्रोत्साहित करती है।
वैसे मैं मूलतः रायसेन से हूँ।
पढ़ाई के कारण भोपाल रहता हूँ,नेहरू नगर में।
वैसे आप विदिशा जिले की नटेरन तहसील से है।
वहीं ,ग्राम सेउ में मेरी बड़ी बहन हैं,तो विदिशा ख़ासकर सेउ,नटेरन से ज्यादा लगाव है मेरा।
बहुत सुंदर मिश्रा जी,लगे रहो। भोपाल में कहां रहते हो।