हिमकर श्याम
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14 Aug 2016 11:22 PM
तहे दिल से शुक्रिया
अपने ख़्वाबों की निगहबानी करो
फायदा क्या ख़्वाहिशों को मार कर
है हमें लड़ना मुसलसल वक़्त से
हर घड़ी हासिल तज़ुर्बा यार कर
बहुत बढिया।