बहुत-बहुत बधाई आदरणीया अंकिता जी. सादर.
ऐसा ही दुल्हा मिले, करूँ प्रार्थना आज | जिसके दिल पर आप ही, करें सदा जी राज || करें सदा जी राज, छंद अति सुंदर लिखकर, और बधाई आप, खूब स्वीकारें सादर, हर मानव का लोभ, रहा है हरदम पैसा, बनकर रहे फ़कीर, मिला कब मानव ऐसा ||
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वाह क्या खूब ? आभारी हूँ
बहुत-बहुत बधाई आदरणीया अंकिता जी. सादर.
ऐसा ही दुल्हा मिले, करूँ प्रार्थना आज |
जिसके दिल पर आप ही, करें सदा जी राज ||
करें सदा जी राज, छंद अति सुंदर लिखकर,
और बधाई आप, खूब स्वीकारें सादर,
हर मानव का लोभ, रहा है हरदम पैसा,
बनकर रहे फ़कीर, मिला कब मानव ऐसा ||