ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
2 Dec 2016 12:54 AM
धन्यवाद मित्रवर ।
फूल बनकर मुस्कुराना जिंदगी है।
मुस्कुरा के गम भुलाना जिंदगी है।
मिली कर लोग खुश होते हैं तो क्या,
बिना मिले दोस्ती निभाना जिंदगी है।