ख़ामोशी ही बूलंद आवाज होती है, मौन ही सवाल और जवाब होता है । उम्मीद की आस सहेजती रचना बहुत ही उम्दा कलम मनीषा जी👍👍👍💐💐💐
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बहुत बहुत आभार शेखर जी 🙏🙏🙏
ख़ामोशी ही बूलंद आवाज होती है, मौन ही सवाल और जवाब होता है । उम्मीद की आस सहेजती रचना बहुत ही उम्दा कलम मनीषा जी👍👍👍💐💐💐