विकास के खोखले वादों पर भी जब धर्म की चाशनी चढ़ा कर, राष्ट्र भक्ति के नाम पर युवाओं का सम्मोहन करते हुए लोगों के मन मस्तिष्क में कुछ और नहीं शेष बचे के लिए अंधभक्त सूचनाओं का भ्रमजाल पैदा कर काम चल रहा है तो फिर कुछ सकारात्मक करने की आवश्यकता ही क्या है।
विकास के खोखले वादों पर भी जब धर्म की चाशनी चढ़ा कर, राष्ट्र भक्ति के नाम पर युवाओं का सम्मोहन करते हुए लोगों के मन मस्तिष्क में कुछ और नहीं शेष बचे के लिए अंधभक्त सूचनाओं का भ्रमजाल पैदा कर काम चल रहा है तो फिर कुछ सकारात्मक करने की आवश्यकता ही क्या है।