Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
25 Aug 2020 09:09 PM

धन्यवाद श्रीमान श्याम सुंदर जी, आपकी पारखी नजरों में यह रचना स्थान बना सकी है से संतुष्टि प्राप्त हुई हैं, वर्तमान में जो व्यक्ति केन्द्रित राजनीति हो रही है, उसमें लोग प्रसस्तिगान करने में जुटे हैं, और जन सरोकारों से विमुख, ऐसे में हमसे जो बन सकता है हमें करने का प्रयास करना चाहिए, ऐसा मेरा मानना है,सादर अभिवादन।

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...