Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2021 · 1 min read

हे माय मिथिला

हे माय मिथिला

अब कारीगर तोरा सँ विदा ल रहल
हे माँ मिथिला करबद्ध प्रणाम .

तोहर अपने मैथिल संतान सभ
तोरा करेजा के कुट्टी कुट्टी कटलकउ?

हे माय तूँ त सबदिन हक्कन काने
मुदा अकादमी पुरस्कार मे तोहर बोली लगाबै?

अपने मिथिलाक लोक तमाशा देखतऔ आ
जातिवादी अग्गिलग्गी मे तोरा झरकेतऔ?

एक बेर तोहि कह हे माय मिथिला ,
की तोहर एहेन दुर्गति, देखि सकब हम कहियो?

कवि- किशन कारीगर
( नोट ©कॉपीराईट अधिनियम के तहत)

Language: Maithili
357 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all
You may also like:
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
Praveen Sain
🌹ओ साहिब जी,तुम मेरे दिल में जँचे हो🌹
🌹ओ साहिब जी,तुम मेरे दिल में जँचे हो🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Surinder blackpen
वो एक विभा..
वो एक विभा..
Parvat Singh Rajput
मोमबत्ती जब है जलती
मोमबत्ती जब है जलती
Buddha Prakash
ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना
ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना
नूरफातिमा खातून नूरी
*स्वर्ग लोक से चलकर गंगा, भारत-भू पर आई (गीत)*
*स्वर्ग लोक से चलकर गंगा, भारत-भू पर आई (गीत)*
Ravi Prakash
स्त्री एक देवी है, शक्ति का प्रतीक,
स्त्री एक देवी है, शक्ति का प्रतीक,
कार्तिक नितिन शर्मा
2742. *पूर्णिका*
2742. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
DrLakshman Jha Parimal
बुंदेली दोहा बिषय- नानो (बारीक)
बुंदेली दोहा बिषय- नानो (बारीक)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"सस्ते" लोगों से
*Author प्रणय प्रभात*
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
जब से देखी है हमने उसकी वीरान सी आंखें.......
जब से देखी है हमने उसकी वीरान सी आंखें.......
कवि दीपक बवेजा
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
Shakil Alam
ये नोनी के दाई
ये नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हैंडपंपों पे : उमेश शुक्ल के हाइकु
हैंडपंपों पे : उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मेरी माँ......
मेरी माँ......
Awadhesh Kumar Singh
अपनी वाणी से :
अपनी वाणी से :
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कान्हा भजन
कान्हा भजन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तप त्याग समर्पण भाव रखों
तप त्याग समर्पण भाव रखों
Er.Navaneet R Shandily
सपने
सपने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"कर्ममय है जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
बनें सब आत्मनिर्भर तो, नहीं कोई कमी होगी।
बनें सब आत्मनिर्भर तो, नहीं कोई कमी होगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
जीवन
जीवन
लक्ष्मी सिंह
नरक और स्वर्ग
नरक और स्वर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...