Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2021 · 2 min read

” हमरो सासुर बदलि गेल “

डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
=============

सासुरक स्वरूप बदलल,
लोको सब बदलि गेलाह !
नवका पुरान भेल ,
परिचित अपरिचित भेलाह !!
बदलि गेल उत्सुकता,
गाम मे “ओझा” एलाह !
पुरनका लोक आब कतय
के एलाह ..के गेलाह ?
सासुरक स्वरूप बदलल
लोको बदलि गेलाह !!

आंगन आब रहल नहि,
घर सब बदलि गेल !
सांझ दीप बन्दना लोक,
सब बिसरि गेल !!
पराति आ साँझक गीत,
गबैय्या आब विलुप्त भेलाह !
नवका पुरान भेल,
परिचित अपरिचित भेलाह !!
बदलि गेल उत्सुकता ,
गाम मे “ओझा” एलाह !
पुरनका लोक आब कतय ,
के एलाह ..के गेलाह ?
सासुरक स्वरूप बदलल
लोको बदलि गेलाह ! !

पहिने सौसें अनघोल ,
गाममे होइत छल !
ओझा मिसर चौधरी केँ,
सत्कार नीक होइत छल !!
हंसी ,ठठ्ठा ,प्रेम ,अनुराग,
करय बला कतय गेलाह ?
नवका पुरान भेल ,
परिचित अपरिचित भेलाह !!
बदलि गेल उत्सुकता ,
गाम मे “ओझा” एलाह !
पुरनका लोक आब कतय
के एलाह ..के गेलाह ?
सासुरक स्वरूप बदलल
लोको बदलि गेलाह !!

अध्ययन अध्यापनक ,
युग बुझु मलिन भेल !
ज्ञानक प्रकाशपुंज ,
सबटा बिलिन भेल !!
आब मधुर बोल सँ,
विलुप्त सब भ गेलाह !
नवका पुरान भेल,
परिचित अपरिचित भेलाह !!
बदलि गेल उत्सुकता ,
गाम मे “ओझा” एलाह !
पुरनका लोक आब कतय,
के एलाह ..के गेलाह ?
सासुरक स्वरूप बदलल
लोको बदलि गेलाह !!

बच्चा लोकनि मैथिली,
विहीन आब बनि रहल छथि!
माय-बाप दिल्ली-हिंदी,
हुनका सीखा रहल छथि !!
अप्पन -अप्पन मूढ़ता सँ,
नींव हुनक हिला गेलाह !!
नवका पुरान भेल ,
परिचित अपरिचित भेलाह !!
बदलि गेल उत्सुकता ,
गाम मे “ओझा” एलाह !
पुरनका लोक आब कतय ,
के एलाह ..के गेलाह ?
सासुरक स्वरूप बदलल,
लोको बदलि गेलाह !!

पान ,मखान, माछ सब,
बिसरि जाऊ एहन व्यंजन!
गुटखा,मटन,चिकेन
भांग लय केँ करू सेवन !!
नव पीढ़ी संक्रमण ग्रसित
अपना केँ बुझि रहला !!
नवका पुरान भेल ,
परिचित अपरिचित भेलाह !
बदलि गेल उत्सुकता,
गाम मे “ओझा” एलाह !!
पुरनका लोक आब कतय
के एलाह ..के गेलाह ?
सासुरक स्वरूप बदलल,
लोको बदलि गेलाह !!

हम त इएह बुझि कतेक,
दिनक बाद सासुर गेलहुँ!
पुरनके ओझा बला स्वयं ,
आभास हम करय लगलहुँ!!
मुदा हमरा सासुरक लोक,
नीक जकाँ चिन्हबो नहि केलाह !
नवका पुरान भेल,
परिचित अपरिचित भेलाह!
बदलि गेल उत्सुकता,
गाम मे “ओझा” एलाह !
पुरनका लोक आब कतय
के एलाह ..के गेलाह ?
सासुरक स्वरूप बदलल
लोको बदलि गेलाह !!

==============

डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
शिविपट्टी
मधुबनी
बिहार

Language: Maithili
2 Likes · 2 Comments · 217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐अज्ञात के प्रति-83💐
💐अज्ञात के प्रति-83💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*****आज़ादी*****
*****आज़ादी*****
Kavita Chouhan
पितर
पितर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पर्वत 🏔️⛰️
पर्वत 🏔️⛰️
डॉ० रोहित कौशिक
बेहिचक बिना नजरे झुकाए वही बात कर सकता है जो निर्दोष है अक्स
बेहिचक बिना नजरे झुकाए वही बात कर सकता है जो निर्दोष है अक्स
Rj Anand Prajapati
* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
परीक्षा है सर पर..!
परीक्षा है सर पर..!
भवेश
*मुख पर गजब पर्दा पड़ा है क्या करें【मुक्तक 】*
*मुख पर गजब पर्दा पड़ा है क्या करें【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
बिहार में दलित–पिछड़ा के बीच विरोध-अंतर्विरोध की एक पड़ताल : DR. MUSAFIR BAITHA
बिहार में दलित–पिछड़ा के बीच विरोध-अंतर्विरोध की एक पड़ताल : DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
In the end
In the end
Vandana maurya
जिंदगी
जिंदगी
विजय कुमार अग्रवाल
"खबर"
Dr. Kishan tandon kranti
इतनी महंगी हो गई है रिश्तो की चुंबक
इतनी महंगी हो गई है रिश्तो की चुंबक
कवि दीपक बवेजा
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
Suryakant Dwivedi
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अनेक मौसम
अनेक मौसम
Seema gupta,Alwar
चार दिनों की जिंदगी है, यूँ हीं गुज़र के रह जानी है...!!
चार दिनों की जिंदगी है, यूँ हीं गुज़र के रह जानी है...!!
Ravi Betulwala
गंवई गांव के गोठ
गंवई गांव के गोठ
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
Sandeep Kumar
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
जय लगन कुमार हैप्पी
ना होगी खता ऐसी फिर
ना होगी खता ऐसी फिर
gurudeenverma198
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
गजब गांव
गजब गांव
Sanjay ' शून्य'
*कालरात्रि महाकाली
*कालरात्रि महाकाली"*
Shashi kala vyas
Today i am thinker
Today i am thinker
Ms.Ankit Halke jha
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Dear myself,
Dear myself,
पूर्वार्थ
प्रिय भतीजी के लिए...
प्रिय भतीजी के लिए...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*एक चूहा*
*एक चूहा*
Ghanshyam Poddar
"ईश्वर की गति"
Ashokatv
Loading...