Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2021 · 2 min read

“ आत्ममंथन; मिथिला,मैथिली आ मैथिल “

डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
======================
हम मैथिली कविता लिखइत छी ,साहित्य लिखइत छी ! परिचर्चा ,समालोचना ,लेख आ टीका – टिप्पणी सहो करैत छी ! हमर मैथिली काव्य संग्रह ,खंड काव्य ,उपन्यास ,लघु कथा मैथिली साहित्यक अमूल्य निधि बनि गेल अछि ! राज्यकीय ,देशीय आ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमरा अनेकों अनेक पुरस्कार भेटल ! सब ठाम हमर सत्कार होइत अछि ! हम श्रेष्ठ भेलहुं हमरे सब मैथिल संगठन मुख्य अतिथि बनबैत छथि ! ओना मैथिली क विकास हेतु अनगिनत संगठन ,समिति आ ग्रुप बनि गेल अछि ! ओना हमरा की ? सबठाम सं नौत -हाकर आयल ! समय पर संगठन ,समिति आ ग्रुप वला चारि चक्का पठा दैत छथि ! हमहूँ मिथिला परिधान सं सुसज्जित भय चलि जाइत छी ! सब हमरा साष्टांग दंडवत करैत छथि ! कियो हमर धोती ,कियो हमर कुर्ता आ कियो हमर पाग क प्रशंसा करैत छथि ! मिथिला ,मैथिल आ मैथिली क विकासक रूपरेखा पर जोर दैत छी ! फोटो ,वीडियो ग्राफी आ समाचार पत्र खूब चर्चा होइत अछि ! राजधानी मे रहित छी ! जतय जाऊ हमरे चर्चा ! गाम आ मिथिला परिवेश सं दूर रहि हमर पुत्र ,पुत्रवधू ,पौत्र आ पौत्री मैथिली नहि बजइत छथि ! हुनका संगे हमहूँ हिन्दी बजइत छी ! मुदा कियो पूछताह कि बच्चा सब मैथिली बजइत छथि ? हाँ .. हाँ कियाक नहि ? एहन गप्प नहि जे अंतरात्मा क ध्वनि हम नहि सुनि सकैत ! जाहि भाषा क साधना सं नई दिल्ली मे अप्पन बँगलो लेलहुं ,अप्पन पुत्र केँ पदाधिकारी बनेलहुं ,पौत्र ,पौत्री आ पुत्र वधू आधुनिक बनि गेलीह परंतु मैथिली सं सब दूर होइत गेलाह ! इ मात्र शहर मे नहि गामों धरि कोरोना पसरि गेल अछि ! भाषा ,लिपि ,संस्कृति सं जे विमुख भ जायब त हम सब दिग्भ्रमित भ जायब !
=====================
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड

Language: Maithili
Tag: लेख
384 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
Anjani Kumar
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*दायरे*
*दायरे*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माना कि दुनिया बहुत बुरी है
माना कि दुनिया बहुत बुरी है
Shekhar Chandra Mitra
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
प्रोत्साहन
प्रोत्साहन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सूर्य के ताप सी नित जले जिंदगी ।
सूर्य के ताप सी नित जले जिंदगी ।
Arvind trivedi
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
Arghyadeep Chakraborty
बौराये-से फूल /
बौराये-से फूल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कठिन समय रहता नहीं
कठिन समय रहता नहीं
Atul "Krishn"
पिता का बेटी को पत्र
पिता का बेटी को पत्र
प्रीतम श्रावस्तवी
रैन  स्वप्न  की  उर्वशी, मौन  प्रणय की प्यास ।
रैन स्वप्न की उर्वशी, मौन प्रणय की प्यास ।
sushil sarna
शेर
शेर
Monika Verma
"मुश्किल है मिलना"
Dr. Kishan tandon kranti
2662.*पूर्णिका*
2662.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिस्म का खून करे जो उस को तो क़ातिल कहते है
जिस्म का खून करे जो उस को तो क़ातिल कहते है
shabina. Naaz
सूरज
सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
भारत के बीर सपूत
भारत के बीर सपूत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
13. पुष्पों की क्यारी
13. पुष्पों की क्यारी
Rajeev Dutta
कहो जी होली है 【गीत】
कहो जी होली है 【गीत】
Ravi Prakash
Destiny's epic style.
Destiny's epic style.
Manisha Manjari
बहुत याद आता है मुझको, मेरा बचपन...
बहुत याद आता है मुझको, मेरा बचपन...
Anand Kumar
विचार और भाव-2
विचार और भाव-2
कवि रमेशराज
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
Satish Srijan
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सारी हदों को तोड़कर कबूला था हमने तुमको।
सारी हदों को तोड़कर कबूला था हमने तुमको।
Taj Mohammad
मन नहीं होता
मन नहीं होता
Surinder blackpen
अपना पीछा करते करते
अपना पीछा करते करते
Sangeeta Beniwal
शाम उषा की लाली
शाम उषा की लाली
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आत्मा की शांति
आत्मा की शांति
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...