स्याह रात ने पंख फैलाए, घनघोर अँधेरा काफी है।
Manisha Manjari
बस एक निवाला अपने हिस्से का खिला कर तो देखो।
Gouri tiwari
*साधुता और सद्भाव के पर्याय श्री निर्भय सरन गुप्ता :...
Ravi Prakash
🌺🌺प्रेम की राह पर-41🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मारुति वंदन
Vishnu Prasad 'panchotiya'
हायकु मुक्तक-पिता
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी
Khalid Nadeem Budauni
गढ़वाली चित्रकार मौलाराम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कन्यादान क्यों और किसलिए [भाग३]
Anamika Singh
💐प्रेम की राह पर-29💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरे हाथो में सदा... तेरा हाथ हो..
Dr. Alpa H.