Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2021 · 1 min read

ग़ज़ल- चले गए हैं वे जिंदगी से

ग़ज़ल- चले गए हैं वे जिंदगी से
■■■■■■■■■■■■■■
न जाने क्यों अब पलट गए हैं हमें वे अपनी ज़बान देकर
नहीं मुनासिब है छीन लेना किसी को सारा जहान देकर

यही तो उनकी है यार फितरत मिला उन्हें जब नया ज़माना
पटक दिया है हमें जमीं पर कि आसमाँ का उठान देकर

भले नहा लूँ मैं आँसुओं से भले लगा लूँ मैं लाख साबुन
नहीं मिटेगा कभी वे दिल को गए हैं ऐसा निशान देकर

गले लगाकर कहा था जिसने कभी न छोड़ेंगे साथ तेरा
चले गए हैं वे जिंदगी से कि एक टूटा मकान देकर

जो हाथ दोनों जुदा रहें तो बजेगी ‘आकाश’ कैसे ताली
अगर हमें वे न छोड़ जाते निभाते हम तो ये जान देकर

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 02/06/2021
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
★ बहरे रजज़ मख़बून मरफ़ू’ मुख़ल्ला
मुफ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ऊलुन मुफ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ऊलुन
1212 212 122 1212 212 122

7 Likes · 3 Comments · 390 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पत्थर
पत्थर
Shyam Sundar Subramanian
*याद  तेरी  यार  आती है*
*याद तेरी यार आती है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
■ लघुकथा / बस दो शब्द
■ लघुकथा / बस दो शब्द
*Author प्रणय प्रभात*
जिन्दगी ने किया मायूस
जिन्दगी ने किया मायूस
Anamika Singh
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
पूर्वार्थ
' जो मिलना है वह मिलना है '
' जो मिलना है वह मिलना है '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मौसम ने भी ली अँगड़ाई, छेड़ रहा है राग।
मौसम ने भी ली अँगड़ाई, छेड़ रहा है राग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
आज दिवस है  इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
sushil sarna
2765. *पूर्णिका*
2765. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नये गीत गायें
नये गीत गायें
Arti Bhadauria
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
Rejaul Karim
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
कवि रमेशराज
*हमें सहारा सिर्फ तुम्हारा,हे मोहन घनश्याम 【भक्ति गीत】*
*हमें सहारा सिर्फ तुम्हारा,हे मोहन घनश्याम 【भक्ति गीत】*
Ravi Prakash
लाल फूल गवाह है
लाल फूल गवाह है
Surinder blackpen
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
"सुनो"
Dr. Kishan tandon kranti
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
जीवन संग्राम के पल
जीवन संग्राम के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
-- नफरत है तो है --
-- नफरत है तो है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दीवानी कान्हा की
दीवानी कान्हा की
rajesh Purohit
गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️
गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गाँधी जी की लाठी
गाँधी जी की लाठी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दो खग उड़े गगन में , प्रेम करते होंगे क्या ?
दो खग उड़े गगन में , प्रेम करते होंगे क्या ?
The_dk_poetry
खुद से मुहब्बत
खुद से मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अच्छा लगने लगा है !!
अच्छा लगने लगा है !!
गुप्तरत्न
असफलता का घोर अन्धकार,
असफलता का घोर अन्धकार,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
Arvind trivedi
सामन्जस्य
सामन्जस्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ये   दुनिया  है  एक  पहेली
ये दुनिया है एक पहेली
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
Loading...