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4 Jun 2021 · 1 min read

हाइकु-दूरदर्शन

हाइकु
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दूरदर्शन
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दूरदर्शन
नाम के अनुरूप
दूर दर्शन।
÷÷÷÷÷
बुद्धू बक्सा ये
था कहलाता रहा
सहता जाता।
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देखते हम
थे एक साथ मिल
सदाबहार।
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पर्याय बना
रामायण का यही
दूरदर्शन।
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महाभारत
मिलकर देखे हैं
उन दिनों में।
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समाचारों के
था इकलौता स्रोत
ये बुद्धू बक्सा।
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सिनेमा देखा
काला सफेद सही
खूब प्यार से।
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कृषि दर्शन
खेत खलिहान से
रोचक वार्ता।
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देशी विदेशी
खबरें दिखाता था
खूब जचता।
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भक्ति संगीत
से श्रीगणेश होता
रोज सुबह
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वजूद खोता
आज इसका स्वयं
विचारणीय।
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खतरे में है
अस्तित्व भी इसका
बचाना होगा।
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स्मृति शेष तो
नहीं हो जायेगा ये
दूरदर्शन।
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आशंकित हूँ
आधुनिकता में ये
खोने का डर।
÷÷÷÷÷
● सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा, उ.प्र.
8115285921
©मौलिक, स्वरचित

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 265 Views
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