समाज में नैतिक पतन के जिम्मेदार कौन ?
वो भी एक जमाना था ,
जब फिल्म निर्माता निर्देशकों का ,
चलन होता था देश के महान ,
चरित्रवान शख्सियतों पर फिल्म बनाना ।
ताकि समाज को सही संदेश जाए ।
मगर अब आजकल के निर्माता निर्देशकों
के पास महज विषय रह गया ,
वेश्याओं ,गुंडे बदमाशों ,देशद्रोही ,
काला बजारियों ,भ्रष्ट और चरित्रहीन ,
जैसे लोगों पर फिल्म बनाना ।
फिर कहां से समाज पर नैतिकता ,
और इंसानियत और सद्चरित्रता का ,
संदेश जाए ?