Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2021 · 1 min read

— सबक सीख लो अब —

मत काटो अब रूक जाओ
हर पेड़ की यही है पुकार
अब तक तो संभल गए हो
आगे न हो जाना तुम लाचार

हरियाली से हरे भरे वो दरख़्त
उन पर न करो इतने वार
पेड़ों की हरियाली पर
अब न करना तुम अत्याचार

जीवन तुम्हारा जो बचा है
इन दरख्तों का शुक्र मनाओ
उठो दोस्तों कुछ सबक अब ले लो
अपने हाथों से अब पेड़ लगाओ

इन से है जीवन अपना और परिंदों का
जगल में भटकते उन जानवरों का
मत छीनो घरौंदा किसी का भी
यही अब तुम सब को समझाओ

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
1 Like · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
■ शेर
■ शेर
*Author प्रणय प्रभात*
तज द्वेष
तज द्वेष
Neelam Sharma
दीप शिखा सी जले जिंदगी
दीप शिखा सी जले जिंदगी
Suryakant Dwivedi
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
Buddha Prakash
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
Shweta Soni
वर दो नगपति देवता ,महासिंधु का प्यार(कुंडलिया)
वर दो नगपति देवता ,महासिंधु का प्यार(कुंडलिया)
Ravi Prakash
मालूम है मुझे वो मिलेगा नहीं,
मालूम है मुझे वो मिलेगा नहीं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
इस जग में है प्रीत की,
इस जग में है प्रीत की,
sushil sarna
अँधेरे रास्ते पर खड़ा आदमी.......
अँधेरे रास्ते पर खड़ा आदमी.......
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-161💐
💐प्रेम कौतुक-161💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
আজ রাতে তোমায় শেষ চিঠি লিখবো,
আজ রাতে তোমায় শেষ চিঠি লিখবো,
Sakhawat Jisan
मत रो लाल
मत रो लाल
Shekhar Chandra Mitra
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
कवि रमेशराज
समकालीन हिंदी कविता का परिदृश्य
समकालीन हिंदी कविता का परिदृश्य
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल "हृद
Radhakishan R. Mundhra
खेल जगत का सूर्य
खेल जगत का सूर्य
आकाश महेशपुरी
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़।
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़।
Rj Anand Prajapati
"विक्रम" उतरा चाँद पर
Satish Srijan
विष बो रहे समाज में सरेआम
विष बो रहे समाज में सरेआम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। न सुख, न दुःख,न नौकरी, न रिश
जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। न सुख, न दुःख,न नौकरी, न रिश
पूर्वार्थ
मैं हैरतभरी नजरों से उनको देखती हूँ
मैं हैरतभरी नजरों से उनको देखती हूँ
ruby kumari
धन्यवाद कोरोना
धन्यवाद कोरोना
Arti Bhadauria
धर्म और संस्कृति
धर्म और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
ख़्वाब की होती ये
ख़्वाब की होती ये
Dr fauzia Naseem shad
21-हिंदी दोहा दिवस , विषय-  उँगली   / अँगुली
21-हिंदी दोहा दिवस , विषय- उँगली / अँगुली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"परम्परा"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...