Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2021 · 1 min read

*आया अद्भुत चंद्रमा, शरद पूर्णिमा साथ【कुंडलिया】*

आया अद्भुत चंद्रमा, शरद पूर्णिमा साथ【कुंडलिया】
★★★★★★★★★★★★
आया अद्भुत चंद्रमा, शरद पूर्णिमा साथ
आलिंगन इसको करो , करके ऊँचे हाथ
करके ऊँचे हाथ ,बरसते रस को पी लो
धवल चाँदनी स्वच्छ ,गगन निर्मल में जी लो
कहते रवि कविराय ,खीर-छींका लटकाया
मिला चाँद का स्वाद ,चाँद का अमृत आया
★★★★★★★★★★★★★★★★
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उ. प्र.)मोबाइल 99976 15451

194 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
12, कैसे कैसे इन्सान
12, कैसे कैसे इन्सान
Dr Shweta sood
ज़िंदगी तज्रुबा वो देती है
ज़िंदगी तज्रुबा वो देती है
Dr fauzia Naseem shad
सनम
सनम
Sanjay ' शून्य'
परिवार
परिवार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हरि हृदय को हरा करें,
हरि हृदय को हरा करें,
sushil sarna
तेरी चेहरा जब याद आती है तो मन ही मन मैं मुस्कुराने लगता।🥀🌹
तेरी चेहरा जब याद आती है तो मन ही मन मैं मुस्कुराने लगता।🥀🌹
जय लगन कुमार हैप्पी
शायर तो नहीं
शायर तो नहीं
Bodhisatva kastooriya
आकाश दीप - (6 of 25 )
आकाश दीप - (6 of 25 )
Kshma Urmila
मिमियाने की आवाज
मिमियाने की आवाज
Dr Nisha nandini Bhartiya
Loneliness in holi
Loneliness in holi
Ankita Patel
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
gurudeenverma198
*आओ पाने को टिकट ,बंधु लगा दो जान : हास्य कुंडलिया*
*आओ पाने को टिकट ,बंधु लगा दो जान : हास्य कुंडलिया*
Ravi Prakash
मेरा भूत
मेरा भूत
हिमांशु Kulshrestha
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
परवाज़ की कोशिश
परवाज़ की कोशिश
Shekhar Chandra Mitra
किसान भैया
किसान भैया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बन गई पाठशाला
बन गई पाठशाला
rekha mohan
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
Poonam Matia
दुर्जन ही होंगे जो देंगे दुर्जन का साथ ,
दुर्जन ही होंगे जो देंगे दुर्जन का साथ ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
!!! सदा रखें मन प्रसन्न !!!
!!! सदा रखें मन प्रसन्न !!!
जगदीश लववंशी
आदमी से आदमी..
आदमी से आदमी..
Vijay kumar Pandey
■ विशेष व्यंग्य...
■ विशेष व्यंग्य...
*Author प्रणय प्रभात*
है पत्रकारिता दिवस,
है पत्रकारिता दिवस,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐प्रेम कौतुक-474💐
💐प्रेम कौतुक-474💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#है_व्यथित_मन_जानने_को.........!!
#है_व्यथित_मन_जानने_को.........!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
हाँ मैं नारी हूँ
हाँ मैं नारी हूँ
Surya Barman
बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
दोस्ती.......
दोस्ती.......
Harminder Kaur
*देश के  नेता खूठ  बोलते  फिर क्यों अपने लगते हैँ*
*देश के नेता खूठ बोलते फिर क्यों अपने लगते हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
The_dk_poetry
Loading...