Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2021 · 1 min read

वो चुलबुली हसीन है पगली की तरह है।

चंद पंक्तियां देखिए

2212 1212 2212 12
मेरे रगों में दौड़ती बिजली की तरह है।
वो चुलबुली हसीन है पगली की तरह है।

मुझको मिली वो दूसरी उल्फत नसीब से ।
लेकिन वो प्यार देती तो पहली की तरह है।

है तल्ख़ वो मिजाज़ से मीठी जुबान से।
नखरिली सी अदाओं से इमली की तरह है।

नाजुक गुलाब जैसी है बागों में खिल रही।
रंगों से मेरी जान तो तितली की तरह है।

©®दीपक झा रुद्रा

276 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तेरे लिखे में आग लगे / MUSAFIR BAITHA
तेरे लिखे में आग लगे / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
2544.पूर्णिका
2544.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Agarwal
बहुत यत्नों से हम
बहुत यत्नों से हम
DrLakshman Jha Parimal
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
Vindhya Prakash Mishra
मतदान करो
मतदान करो
TARAN VERMA
कोई मंत्री बन गया , डिब्बा कोई गोल ( कुंडलिया )
कोई मंत्री बन गया , डिब्बा कोई गोल ( कुंडलिया )
Ravi Prakash
तू ही बता, करूं मैं क्या
तू ही बता, करूं मैं क्या
Aditya Prakash
उलझा रिश्ता
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बेटियां
बेटियां
Mukesh Kumar Sonkar
बाँध लू तुम्हें......
बाँध लू तुम्हें......
Dr Manju Saini
मिलेंगे कल जब हम तुम
मिलेंगे कल जब हम तुम
gurudeenverma198
श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
Trishika S Dhara
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
💐प्रेम कौतुक-262💐
💐प्रेम कौतुक-262💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रोम रोम है दर्द का दरिया,किसको हाल सुनाऊं
रोम रोम है दर्द का दरिया,किसको हाल सुनाऊं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चन्द्रयान
चन्द्रयान
Kavita Chouhan
"सुनहरा दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
शहीद की पत्नी
शहीद की पत्नी
नन्दलाल सुथार "राही"
हमारा सफ़र
हमारा सफ़र
Manju sagar
कोहरे के दिन
कोहरे के दिन
Ghanshyam Poddar
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
Bhupendra Rawat
■ सामयिक संदर्भों में...
■ सामयिक संदर्भों में...
*Author प्रणय प्रभात*
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
Phool gufran
*समझौता*
*समझौता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बगुलों को भी मिल रहा,
बगुलों को भी मिल रहा,
sushil sarna
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr Shweta sood
बचपन कितना सुंदर था।
बचपन कितना सुंदर था।
Surya Barman
Loading...